लोककला टेस्ट – 02 Leave a Comment / राजस्थान सामान्य ज्ञान / By admin 0% 41 Rajasthan GK In Hindiलोककला टेस्ट - 02 1 / 151. निम्न में से असत्य है - पड़ें चित्रित करने का कार्य मेघवाल जाति के छीपे करते हैं श्रीलाल जोशी एवं उनके शिष्य जयपुर के प्रदीप मुखर्जी कुशल पड़ चितेरे हैं पड़ चित्रण में आकृति थोड़ी मोटी और गोल, आँखें बड़ी-बड़ी तथा नाक अन्य शैलियों की अपेक्षा छोटी एवं मोटी होती हैं कथा के मुख्य चरित्रों की वेशभूषा लाल रंग एवं खलनायक की हरे रंग की होती है 2 / 152. राजस्थानी लोक जीवन में ‘भराड़ी’ है - मिट्टी के बने कलात्मक घोड़े, जिन्हे मनौती पूर्ण होने पर आदिवासियों द्वारा इष्ट देवता को अ£पत किया जाता है आदिवासी भीलों द्वारा लड़की के विवाह पर घर की दीवार पर बनाया जाने वाला लोकदेवी का चित्र राजस्थान के ग्रामीण अंचलों में अनाज संग्रह हेतु प्रयुक्त मिट्टी के कलात्मक पात्र मेड़ता क्षेत्र में बनाये जाने वाले मिट्टी के बड़े माटे (मटके) 3 / 153. पट चित्रण (कपड़े पर चित्रांकन) को राजस्थानी में क्या कहते हैं? पथवारी कावड़ फड़/पड़ पाने 4 / 154. निम्न में से असंगत है - पड़ पड़ वाचक पाबूजी की पड़ : नायक या आयड़ी भोपे देवनारायणजी की पड़: गूजर भोपे रामदेवजी की पड़ : कामड़ जाति के भोपे भैंसासुर की पड़ : भाट जाति के भोपे 5 / 155. सांझी की माता किसे माना जाता है? संतोषी माता सीता माता लक्ष्मी माता पार्वती माता 6 / 156. पाबू जी के अनुयायी किस वाद्ययंत्र के साथ ‘पड़’ गाते हैं? मसक रावण हत्था नौबत खड़ताल 7 / 157. बेवाण है - लकड़ी के बने देव विमान पूजा के थाल छपाई में प्रयुक्त लकड़ी के छापे मांगलिक अवसरों पर कुमकुम, चावल आदि रखने हेतु प्रयुक्त लकड़ी का पात्र 8 / 158. सांझी पूजन किसमें लोकप्रिय है? भील गरासिये सुहागिन स्त्रियाँ कुंवारी कन्याएँ 9 / 159. पिछवाई कलाकृतियों में बने चित्र उद्धृत किये गये हैं- रामायण से महाभारत से भगवान कृष्ण के जीवन से राजपूत राजाओं के जीवन से 10 / 1510. कामड़ जाति के भोपों द्वारा किस लोकदेवता की पड़ गायी जाती है? रामदेवजी पाबू जी देवनारायण जी रामदला 11 / 1511. पड़ चित्रित करने वाले को क्या कहा जाता है? चेजारे चितेरा पड़ी पड़क 12 / 1512. असत्य कथन का चयन करें : कावड़ एक चलता-फिरता देवघर है कावड़ बनाने का कार्य बस्सी गाँव के खेरादी जाति के लोग करते हैं कावड़ में भक्तों को भगवद्गाथा के साथ भगवान का दर्शन कराया जाता है तथा प्राप्त दान-दक्षिणा का गौसंवर्द्धन में उपयोग किया जाता है कावड़ का वाचन नट जाति के लोग करते हैं 13 / 1513. असत्य युग्म का चयन करें: चोपड़े : भोजन, पूजा की थाली आदि के नीचे रखी जाने वाली चौकी बटेवड़े : गोबर के सूखे उपलों को वर्षा आदि से सुरक्षित रखने के लिए बनाए गए चौकोर ढेर सोहरियाँ : भोजन सामग्री रखने के लिए मिट्टी के बने कलात्मक पात्र मांण : ग्रामीण अंचलों में अनाज संग्रह हेतु प्रयुक्त मिट्टी के कलात्मक बर्तन 14 / 1514. मांगलिक अवसरों पर स्त्रियों द्वारा घर-आँगन में बनाए जाने वाले ज्यामितीय अलंकरण को किस नाम से जाना जाता है? थापा मांडणे साँझी महावर 15 / 1515. ‘भँवराथल’ नामक प्रसिद्ध स्थान है- सिवाणा दुर्ग जालौर दुर्ग अचलगढ़ दुर्ग सोंजत दुर्ग Your score isThe average score is 55% Facebook Twitter 0% Restart quiz